200 सफाई कर्मचारियों की भर्ती के लिए नपा ने 6 को बुलाई दूसरी बैठक

नगरपालिका परिषद की विगत 1 अक्टूबर की बैठक को विधायक श्री शशांक भार्गव की आपत्ति के बाद कलेक्टर  कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने...


नगरपालिका परिषद की विगत 1 अक्टूबर की बैठक को विधायक श्री शशांक भार्गव की आपत्ति के बाद कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने 23 अक्टूबर को निलंबित कर दिया था। ऐसे में नगरपालिका द्वारा की जाने वाली 400 सफाई कर्मचारियों की भर्ती और सामग्री खरीदी सहित 88 प्रस्ताव प्रस्तावों पर रोक लग गई थी। अब एक बार फिर से नगरपालिका आगामी 6 दिसंबर को दूसरी बैठक बुलाने की तैयारी कर रही है ताकि 200 सफाई कर्मचारियों की भर्ती का प्रस्ताव परिषद में पास हो सके। इसके अलावा एक फायर ब्रिगेड, एक बड़ी जेसीबी मशीन तथा 100 कचरा कलेक्शन गाड़ियां भी खरीदने की तैयारी चल रही है।

ऐसी स्थिति में सवाल यह उठता है कि जब कलेक्टर ने 1 अक्टूबर की बैठक को निलंबित कर दिया और पिछली बैठक के 88 प्रस्तावों को अभी तक हरी झंडी नहीं मिली है । ऐसे में सवाल यह उठता है कि नपाध्यक्ष और सीएमओ दूसरी बैठक सिर्फ नए प्रस्ताव पास कर सकते हैं या फिर पिछली बैठक के प्रस्ताव भी शामिल कर सकते हैं। गौरतलब है कि सफाई कर्मचारियों की भर्ती नहीं होने से स्वच्छता सर्वेक्षण अभियान में विपरीत असर पड़ रहा है।

 1 फायर ब्रिगेड, जेसीबी मशीन और 100 कचरा कलेक्शन गाड़ियों की खरीदी का भी प्रस्ताव

श्मशान घाट और बाल विहार में निर्माण के प्रस्ताव अटके

नपाध्यक्ष मुकेश टंडन ने बताया कि विगत 1 अक्टूबर की नपा परिषद की बैठक निलंबित होने से 2.5 करोड़ से श्मशान और 1.50 करोड़ की लागत से बाल विहार में होने वाले निर्माण कार्यों पर रोक लग गई है। ये दोनों कार्य अब अधर में लटक गए हैं। जब तक भोपाल कमिश्नर द्वारा निलंबित बैठक के बारे में कोई निर्णय नहीं लिया जाता तब तक पिछली बैठक के 88 प्रस्ताव कागजी कार्यवाही में उलझे रहेंगे।


कर्मचारियों की भर्ती नहीं होने से स्वच्छता सर्वेक्षण पर विपरीत असर

पिछली बैठक में नगरपालिका परिषद ने अस्थाई तौर पर 3 महीने के लिए 400 सफाई कर्मचारियों की भर्ती का प्रमुख प्रस्ताव रखा था। कर्मचारियों की भर्ती अटकने से शहर की ठीक से सफाई नहीं हो रही है। स्वच्छता सर्वेक्षण पर इसका विपरीत असर पड़ रहा है। सफाई नहीं होने से सर्वेक्षण में शहर की रैंकिंग और पिछड़ सकती है।


विधायक बोले-एक बैठक निलंबित होने से कैसे थम गया 15 साल का विकास

विधायक शशांक भार्गव ने 6 दिसंबर की होने वाली बैठक के संबंध में कहा कि पिछली बैठक के प्रस्ताव शून्य घोषित होने के लिए कमिश्नर के पास भेजे गए हैं। नपा परिषद अब दूसरी बैठक तो कर सकती है लेकिन उसमें पिछली बैठक के आब्जेक्शन वाले प्रस्ताव नहीं रख सकती। पिछले 15 साल से नपा में भाजपा की सरकार चल रही है। एक बैठक निलंबित होने से विकास कार्य कैसे थम सकता है। नपा के पास बजट का टोटा है और 200 करोड़ के प्रस्ताव रखे जा रहे हैं।


आगे क्या: कमिश्नर के पाले में गेंद: एक अक्टूबर को पास किए गए सभी 88 प्रस्तावों को कलेक्टर द्वारा निलंबित कर देने के बाद अगली कार्यवाही के लिए कमिश्नर को भेजा गया है। इस संबंध में कांग्रेस के वरिष्ठ पार्षद बताते हैं कि नपा अब नई बैठक में पिछली बैठक के प्रस्ताव नहीं रख सकेगी। 400 के बजाय 200 सफाई कर्मचारियों की भर्ती का प्रस्ताव रखा जा सकता है। कमिश्नर यदि पिछली बैठक को सही मानती हैं तो सभी 88 प्रस्ताव मान्य हो जाएंगे। यदि बैठक को गलत तरीके से होना बताया गया तो सभी प्रस्ताव अमान्य कर दिए जाएंगे।

सबसे पहले पिछली बैठक के कार्य वृत्त की पुष्टि आवश्यक

नगरपालिका सीएमओ सुधीरसिंह के मुताबिक जब भी नपा परिषद की बैठक होती है तो उसमें सबसे पहला बिंदु पिछली बैठक में कार्य वृत्त की पुष्टि करवाना होता है। सदस्यों की सहमति के बाद ही बैठक की कार्यवाही आगे बढ़ती है। यदि किसी कारण से उस बैठक में पिछली बैठक के कार्य वृत्त की पुष्टि नहीं हो सके तो उसे अगली बैठक में भी पुष्टि के लिए रखा जा सकता है।


ये है नियम: 9 दिन पहले बैठक की सूचना देना जरूरी: परिषद सम्मेलन से पहले सभी पार्षदों को नियमानुसार 9 दिन पहले बैठक की सूचना देना जरूरी होता है।

रिकॉल... विधायक शशांक ने बैठक निरस्त करने के लिए लगाई थी ये आपत्ति

इस मामले में विधायक शशांक भार्गव ने कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह को पत्र भेजकर आपत्ति लगाई थी कि नपाध्यक्ष ने 1 अक्टूबर के सम्मेलन में महज 20 मिनट में ताबड़तोड़ 88 प्रस्ताव पास करवा लिए। एक भी प्रस्ताव पर नियमानुसार पार्षदों के बीच चर्चा नहीं कराई गई। इतना ही नहीं पार्षदों को इस सम्मेलन की सूचना निर्धारित समय पर नहीं दी गई। पिछली बैठक के कार्य बिंदुओं को पार्षदों अवलोकन के लिए नहीं रखा गया। उनकी नियमानुसार पुष्टि भी नहीं कराई गई। इस कारण बैठक निरस्त की जानी चाहिए।


क्योंकि... 1 अक्टूबर की बैठक निलंबित होने के साथ 88 प्रस्ताव भी अटके हंै, इसमें 400 सफाई कर्मचारियों की भर्ती भी शामिल थी

पिछली बैठक निलंबित होने के बाद भी दूसरी बैठक करने का अधिकार



6 दिसंबर को बुलाई है परिषद की दूसरी बैठक