शतरंज की चालो ने रूकमणी को आल इंडिया प्रतियोगिता के द्वार खोले "खुशियों की दास्तां"

विदिशा: शासकीय महाविद्यालयों में खासकर कन्या महाविद्यालय में अध्ययन करने वाली छात्राओं के लिए राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ सीधे मिल रहा है। छात्राएं खेल विधा में पीछे ना रहें इस हेतु खेल स्तरीय योजनाओं से सीधा लाभ उन्हें मिल रहा है। कुशल प्रशिक्षक के मार्गदर्शन में विदिशा जिले के महाविद्यालय में अध्ययनरत छात्राएं खेलों के माध्यम से अपना परचम लहरा रही है।



    शासकीय महाविद्यालय विदिशा में बीएससी द्वितीय वर्ष की छात्रा कुमारी रूकमणी लोधी की शतरंज में माहिर कुशलता ने उन्हें पश्चिमी क्षेत्रीय आल इंडिया शंतरज प्रतियोगिता में बरकतउल्ला विश्वविद्यालय भोपाल का प्रतिनिधित्व करने का अवसर प्रदाय किया। क्रीडा अधिकारी अजय सिंह हजारी के मार्गदर्शन में नित रोज अभ्यास करने वाली रूकमणी लोधी बताती है कि शंतरज के प्रति लगाव बचपन से रहा किन्तु कॉलेज में आकर जो प्लेटफार्म खेल के क्षेत्र में मिला वैसा पहले नही मिल पाया। रूकमणी की शंतरजी चालो के आगे अच्छे-अच्छे खिलाड़ी नतमस्तक हो रहे है।


संपादक:आदर्श तिवारी