सुपरविजन दायित्वों से प्रशिक्षित हुए
 




    नीति आयोग के निर्देशानुसार आकांक्षीय विदिशा जिले में स्वास्थ्य एवं पोषण सूचकांक स्तर में सुधार लाने के लिए स्वास्थ्य विभाग एवं महिला एवं बाल विकास विभाग के खण्ड स्तरीय अमले का दो दिवसीय सहयोगी सुपरविजन प्रशिक्षण पीरामल फाउण्डेशन के सौजन्य से जीएनएम प्रशिक्षण केन्द्र में आज सम्पन्न हुआ है।
    मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ केएस अहिरवार ने प्रतिभागियों से प्रशिक्षण के उद्वेश्य एवं लाभ जाने वही प्रशिक्षण की आवश्यकता क्यों है पर उन्होंने प्रकाश डाला। उन्होंने विभागीय अमले से कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में विदिशा जिला पीछे ना रहें इस कार्य में ग्राम स्तरीय अमले की महती भूमिका है। उन्होंने मॉडल स्वास्थ्य केन्द्रो, आरोग्य केन्द्रों से तत्काल स्वास्थ्य सुविधाएं मिले पर बल देते हुए कहा कि रिपोर्टिग करना भी हमारा प्रमुख दायित्व है। इसके लिए नीति आयोग द्वारा बकायदा बेवसाइट दर्ज कराई गई है जिस पर हर रोज की जानकारी प्रेषित कर रिपोर्टिंग के क्षेत्र में पिछडे ना। 


   प्रशिक्षणार्थियों को पीरामल फाउण्डेशन की डीटीएम डॉ निकिता जायसवाल ने आशा, एएनएम एवं आंगनबाडी कार्यकर्ताओं को प्रेरित कर स्वंय क्षेत्रीय कार्यो के दौरान व्यवहार में परिवर्तन लाकर हम पहले से बेहतर स्वास्थ्य सूचकांक की प्राप्ति कर सकते है। उन्होंने स्वास्थ्य एवं पोषण सुविधाओं में सुधार लाने के लिए प्रशिक्षण के माध्यम से सुपरविजन की शैली, प्रकार एवं फीडबैक पर परिचर्चा कर प्रशिक्षणार्थियों को गुण सूत्र दिए। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में नवाचार कर हम जिले को आकांक्षी जिले की सूची से पृथक कर सकते है। उक्त प्रशिक्षण में कुरवाई, सिरोंज, लटेरी एवं विदिशा के सेक्टर सुपरवाईजर भी मौजूद थे।

 

संपादक:आदर्श तिवारी