उपार्जन कार्यो में तेजी लाएं-कलेक्टर डॉ जैन

 


कलेक्टर डॉ पंकज जैन ने शुक्रवार को उपार्जन कार्यो की समीक्षा की। उन्होंने उपार्जन कार्यो के साथ-साथ परिवहन के कार्यो में तेजी लाने के निर्देश संबंधितो को दिए है। कलेक्टर डॉ जैन ने किसानो को भेजे जाने वाले एसएमएस की संख्या बढ़ाने के प्रस्ताव से खाद्य नागरिक आपूर्ति निगम के संचालक को अवगत कराने की सहमति व्यक्त की है।


                कलेक्टर डॉ पंकज जैन ने कहा कि समर्थन मूल्य की क्रय प्रक्रिया में बेकलॉक ना हो के पुख्ता प्रबंध सुनिश्चित किए जाए। इसी प्रकार उन्होंने ट्रांसपोर्ट कार्यो के लिए अनुबंधितों से कहा कि जिले में 250 से अधिक ट्रको की आवश्यकता है अतः इस कार्य में जिला परिवहन अधिकारी की अनुबंधितकर्ता चाहे तो मदद ले सकते है।


                कलेक्टर डॉ जैन ने कहा कि किसानो से समर्थन मूल्य पर क्रय किए गए गेंहू, चना जब तक वेयर हाउस में भण्डारित नही हो जाता है तब तक भुगतान प्रक्रिया लंबित रहती है अतः इस बात का ध्यान रखा जाए कि ट्रांसपोर्टो की त्रुटियों से परिवहन कार्य प्रभावित ना हो।


                सायलो उपार्जन कार्यो पर रविवार को भी उपार्जन कार्य पूर्वानुसार संचालित हो। कलेक्टर ने कहा कि उपार्जन केन्द्रों पर सोशल डिस्टेन्सिग का पालन किया जाए। इस कार्य में वालिन्टियर्सो की मदद ली जाए। समीक्षा बैठक में जिला आपूर्ति अधिकारी श्रीमती रश्मि साहू ने बताया कि जिले के सभी 199 उपार्जन केन्द्रों पर समर्थन मूल्य पर खरीदी कार्य शुरू हो गया है प्रत्येक केन्द्र पर हर रोज बीस-बीस किसानो को भोपाल एनआईसी के माध्यम से एसएमएस प्रेषित किए जा रहे है।


                कलेक्टर डॉ जैन ने कहा कि समर्थन मूल्यों पर उपार्जित केन्द्रों पर क्रय किए गए गेंहू का हर रोज नब्बे प्रतिशत का उठाव कर ट्रको के माध्यम से परिवहन कराकर वेयर हाउसो में भण्डारित कराया जाए। इस कार्य में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नही की जाएगी।


                कलेक्टर डॉ जैन ने कहा कि हर वर्ष समर्थन मूल्य पर गेंहू खरीदी का कार्य होता है परिवहन हेतु ट्रको की आवश्यकता होती है अतः इस प्रकार का मॉडल तैयार किया जाए कि परिवहन की पूर्तिया ना हो सकें। कलेक्टर चेम्बर में हुई उक्त बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्री मयंक अग्रवाल, का-आपरेटिव बैंक के सीईओ श्री विनय प्रकाश सिंह, जिला परिवहन अधिकारी श्री गिरजेश वर्मा के अलावा अन्य विभागों के अधिकारी व ट्रांसपोर्टर मौजूद थे।


संपादक: आदर्श तिवारी