नितिन गडकरी ने कहा कि लॉकडाउन की गंभीरता को लोग समझते हैं. लोग इस बीमारी को भी गंभीरता से ले रहे हैं. अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर भी काम किया जा रहा है. छोटे उद्योगपतियों का खास ध्यान रखा जा रहा है
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- गडकरी बोले- इस बीमारी का कोई सटीक इलाज नहीं है. बचाव ही उपाय
- गडकरी ने कहा कि छोटे उद्योगपतियों का खास ख्याल रखा जा रहा है
- कोरोना संकट के बीच भारत के पास विदेशी निवेश का सुनहरा मौका
कोरोना वायरस और लॉकडाउन के बीच इंडिया टुडे ग्रुप के ई-एजेंडा आजतक कार्यक्रम में केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने शिरकत की. ई-एजेंडा आजतक की तीसरी कड़ी 'जान भी जहान भी' के मंच पर नितिन गडकरी ने कहा कि संकट बड़ा है और सरकार गंभीर है, लेकिन अर्थव्यवस्था को देखना पड़ेगा.
कोरोना को लेकर देश के लोग जागरूक: गडकरी
नितिन गडकरी ने कहा कि लॉकडाउन की गंभीरता को लोग समझते हैं. लोग इस बीमारी को भी गंभीरता से ले रहे हैं. अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर भी काम किया जा रहा है. छोटे उद्योगपतियों का खास ध्यान रखा जा रहा है.
देश कोरोना वायरस को हराने में सफल रहेगा, इसमें जीत हमारी होगी, देश जल्द इस संकट से उबरेगा. सरकार का हर मसले पर ध्यान है. मजदूर पैदल जा रहे हैं, उस पर सरकार विचार कर रही है.
निवेश के लिए बेहतर मौका
नितिन गडकरी ने कहा कि कोरोना संकट के बीच भारत के पास विदेशी निवेश का सुनहरा मौका है. पूरी दुनिया चीन से नाराज है. हमारा मंत्रालय इसपर सक्रिय है, जो भी विदेश निवेश के साथ कारोबार शुरू करना चाहेगा, उसे तीन महीने में ही सभी तरह के परमिशन मिल जाएंगे. विदेशी निवेश को बढ़ावा देने के लिए लगातार काम किया जा रहा है. विश्वास है कि कोरोना संकट के बाद निवेश बढ़ेगा.
गरीबों को मदद के लिए हाथ बढ़ाएं: गडकरी
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हम नाममुमकिन को भी मुमकिन कर सकते हैं, पिथौरागढ़ से मानसरोवर तक हमारी सेना ने सड़क बना दी. इसके अलावा उन्होंने कहा कि इस संकट में उद्योग जगत को मजदूरों के बारे में सोचना चाहिए. संकट में जो खड़ा होता है उसे ही सच्चा साथी कहा जाता है. गडकरी का कहना है कि यह संकट हमेशा नहीं रहेगा, लेकिन अभी किया हुआ काम हमेशा याद किया जाएगा.
गडकरी ने कहा कि इस बीमारी से बचने के लिए आम आदमी को मास्क पहनकर निकलना चाहिए. साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना चाहिए. क्योंकि इस बीमारी का अभी कोई सटीक इलाज नहीं है. इसलिए बचाव ही उपाय है.