कोविड संक्रमण से बचाव, नियंत्रण एवं रोकथाम हेतु सावधानियों का पालन करें  

 


               कोविड-19 के संक्रमण से बचाव, नियंत्रण एवं रोकथाम हेतु विशेष सावधानियां बरतना अत्यन्त आवश्यक है के संबंध में लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव द्वारा आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए गए है।


               अध्ययनो के साक्ष्य आधार पर संक्रमण के फैलने के कारण एवं तदानुसार बचाव हेतु सावधानियों का पालन किया जाना आवश्यक है आने वाले निकट भविष्य में जनमानस को दैनिक दिनचर्या में पालन करने वाली सावधानियों के विषय में ज्ञान होना अत्यन्त आवश्यक है।



               आमजनों से आग्रह किया गया है कि वे निम्नांकित बिन्दुओं पर विशेष ध्यान देकर सावधानियों का पालन करें।


वायरस के स्त्रोत एवं विस्तार की जानकारी


सुलभ शौचालय एवं सार्वजनिक शौचालय - इन शौचालयो में कई जगह स्पष्ट करने वाली सतह जैसे दरवाजे के हेण्डल, नल, दरवाजे आदि में फोमाइड टं्रासफर का जोखिम अधिक होता है।


उपाय - पब्लिक शौचालयो का उपयोग विशेष सावधानी के साथ किया जाना चाहिए। यथा संभव सुलभ शौचालय एवं सार्वजनिक शौचालय के उपयोग से बचा जाए। आवश्यक हो तो फेस मास्क का उपयोग कर शौचालय का उपयोग करे। कम से कम चीजे तथा सतह को स्पर्श करें। उपयोग उपरांत साबुन से अच्छी तरह से हाथ धोएं तथा सेनेटाइजर का उपयोग कर हाथो का डिस्इन्फेक्ट करें।


खांसी, छींक, बोल-चाल तथा सामान्य श्वसन क्रिया- यह देखने में आया है कि खांसी, छींक, बोल-चाल तथा सामान्य श्वसन क्रिया के दौरान शरीर से छोटी-छोटी बूंदे (ड्रापलेट्स) निकलती है जो संक्रमण का कारक होती है। यह खांसी या छींक में बूंदो में 20 करोड वायरस के कण हो सकते है, जो वातावरण में फैल सकते है और कुछ सेकड में एक कमरे से दूसरे कमरे में फैल सकते है। छीकने अथवा खांसने में भारी मात्रा में वायरस का विस्तार होता है।


उपाय - सामान्यतः प्रतिदिन अधिकतर समय फेस मास्क का उपयोग करना सुनिश्चित करें तथा सोशल डिस्टेन्सिग का पालन करें। आपस में कम से कम दो मीटर की दूरी का फासला रखे।


संक्रमण फैलने की दृष्टि से अधिक खतरे वाले स्थान - बंद कमरे या क्लोज स्पेज जहा एक समय में अधिक लोग रहते है तथा जहां रोशनी एवं हवा की भी कमी है जैसे विवाह समारोह, अन्त्येष्टि, जन्मदिन, कांफ्रेस, रेस्टोरेन्ट इत्यादि में संक्रमण का सबसे अधिक खतरा होता है।


उपाय - ऐसे स्थानो पर अनिवार्य रूप से फेसमास्क का उपयोग करना सुनिश्चित करें। हाल कमरे इत्यादि की खिड़कियां खोलकर रखें यदि सेन्ट्रल एयरकंडिशनिंग स्थापित हो तो यथासंभव उसे बंद रखा जाए। पंखो का उपयोग किया जाए। बैठक व्यवस्था में आपस में कम से कम दो मीटर की दूरी का फासला रखें तथा सोशल डिस्टेन्सिग का पालन अनिवार्य रूप से करें।


कार्य स्थल - शासकीय एवं निजी कार्यालय, बैठक कक्ष, संक्रमण का खतरा, संक्रमित व्यक्ति के साथ अधिक समय बिताने तथा कमरे के हवादार अथवा बंद होने पर निर्भर करता है।


उपाय - ऐसे स्थानो पर अनिवार्य रूप से फेस मास्क का उपयोग करना आवश्यक है प्रवेश द्वारो पर सेनेटाइजर की उपलब्धता तथा थर्मल स्क्रीनिंग की जाना आवश्यक है। हाल कमरे इत्यादि की खिडकियां खोलकर रखें यदि सेन्ट्रल एयर कंडिशनिंग स्थापित हो तो यथा संभव उसे बंद रखा जाए। पंपो का उपयोग किया जाएं। बैठक व्यवस्था में पूर्वानुसार कम से कम दो मीटर की दूरी का फासला रखा जाए और सोशल डिस्टेन्सिग का पालन अनिवार्य रूप से किया जाए।


               उपरोक्त तथ्यों से विदित है कि 90 प्रतिशत संक्रमण का स्त्रोत घर, कार्य स्थल, पब्लिक ट्रांसपोर्ट, सामाजिक कार्यक्रम, रेस्टोरेन्ट होते है। जहां संक्रमण होने की संभावनाएं अधिक होती है अतः आवश्यक है कि निम्नांकित सावधानियां सोशल डिस्टेन्सिग, फेसमास्क का उपयोग, नियमित अंतराल में साबुन से हाथ धोना, बंद कमरे में ना रहना। भीड़ भाड वाले इलाको में ना जाए। सार्वजनिक शौचालयों का उपयोग ना करें। खुली हवादार एवं सीमित व्यक्तियों के स्थान पर ही बैठे। अनावश्यक चेहरो व अन्य अंगो को स्पर्श ना करें इत्यादि का अनिवार्य रूप से पालन किया जाए।


संपादक: आदर्श तिवारी