विदिशा: जिले में ग्यारसपुर तहसील के ग्राम हमरपुर के सपेरा परिवार राजस्थान के जैसलमेर में रहकर मजदूरी के माध्यम से जीवनयापन कर रहे थे। लॉकडाउन होने से मजदूरी कार्य बंद हो गए और अब खाने के लाले पड़ने लगे थे ऐसे समय प्रदेश की सरकार ने हमारी सुध ली और हमें जैसलमेर से गांव तक पहुंचाने का सहारा दिया है जिसे हमारा परिवार जीवन पर्यन्त तक नही भुला पाएगा।
चर्चा में इन्दु सपेरा ने बताया कि हम पिछले कई सालो से मजदूरी का कार्य करने हेतु राजस्थान चले जाया करते थे पहली बार ऐसा संकट आया कि मजदूरी मिलना बंद हुई वही वापसी के पूरे रास्ते भी बंद हो गए थे। परिवार के छोटे-छोटे बच्चो को लेकर इधर-उधर भटक रहे थे ऐसे समय विदिशा प्रशासन के अधिकारियों द्वारा मुझसे सम्पर्क किया गया और मेरे खाते मे एक हजार रूपए की राशि जमा कराई गई। किन्तु वापिस विदिशा आने की प्रबल इच्छा से प्रशासन को अवगत कराने के उपरांत शीघ्र ही हमें वापिस आने के प्रबंध उपलब्ध कराए गए है और हमारा परिवार गुरूवार की रात्रि में विदिशा शहर पहुंच गया था।
डाइट परिसर में रूके सपेरा परिवार के सभी 11 सदस्यों को आज प्रातः नगरपालिका अध्यक्ष श्री मुकेश टण्डन ने भेंट की और उन्हें मास्क प्रदाय किए है साथ ही जिस वाहन से उन्हें घर तक छोडा जाना था का पहले सेनेटाइजर कराया गया है। रवाना होने से पहले सपेरा परिवार के बच्चो को बिस्किट, टॉॅफी, टोस्ट एवं भोजन के पैकेट प्रदाय किए गए है। घर की ओर रवाना होने की प्रसन्नता सपेरा परिवार के सदस्यों के चेहरो पर स्पष्ट देखी जा सकती थी।
संपादक:आदर्श तिवारी