गोदावरी ग्रीन कॉलोनी से राहुल लोधी से 51000 रुपए जब्त /करोड़पति बनने की चाह
विदिशा. जल्द से जल्द करोड़पति बनने के लिए शहर में एक युवक ने नकली नोट छापना ही शुरू दिया। गोदावरी ग्रीन काॅलोनी में एक किराए से मकान में रखने वाले राहुल लोधी लॉकडाउन के दौरान घर पर नकली नोट छापने में लगा हुआ था। इस लॉकडाउन में आरोपी राहुल ने शहर में कई लोगों को ये नकली नोट खपा भी दिए।
नकली नोटों की धोखाधड़ी का शिकार एक कूलर विक्रेता और काॅलोनी के रहवासियों की सूझबूझ से शनिवार की सुबह आरोपी राहुल पकड़ में आ गया। इसके बाद सूचना देकर सिविल लाइंस पुलिस को मौके पर बुलाया। पुलिस ने आरोपी के घर से जहां 51 हजार रुपए के नकली नोट बरामद किए हैं, वहीं नोट छापने में इस्तेमाल किया गया एक कलर प्रिंटर, लेपटॉप और एक मोबाइल भी जब्त किया है। पुलिस आरोपी से और सुराग जुटाने के लिए पूछताछ कर रही है।
आसान तरीका तलाशा... यूट्यूब पर करोड़पति बनने के वीडियो देखकर नोट छापने का मिला आइडिया
सीएसपी विकास पांडे ने बताया कि पूछताछ के दौरान आरोपी राहुल लोधी ने बताया है कि जल्द से जल्द दौलत कमाना चाहता था। करोड़पति बनने के लिए वह यू ट्यूब पर अक्सर ऐसे वीडियो देखता था कि जिससे वह जल्दी और ज्यादा पैसा कमा सके। मालदार बनने के लिए राहुल को नोट छापना सबसे आसान तरीका लगा। इसलिए आरोपी ने नोट छापना शुरू कर दिया। सीएसपी ने बताया कि 90 जीएसएम का बांड पेपर इस्तेमाल करता था। नोट छापने के लिए आरोपी ने केवल एक ही 200 के नोट का इस्तेमाल किया है। उसी 200 के नोट की एक ही सिरीज के 200-200 जाली नोट आरोपी राहुल ने कलर प्रिंटर से प्रिंटर की मदद से छाप डाले।
त्याेंदा के घटेरा का रहने वाला है युवक, 3 माह पहले ही विदिशा आया
विदिशा जिले की त्योंदा तहसील के घटेरा गांव का निवासी राहुल लोधी करीब तीन महीने से गोदावरी ग्रीन में किराए से मकान लेकर रह रहा था। आरोपी ने नकली नोट छापने के लिए करीब तीन महीने पहले कलर प्रिंटर खरीदा था। इस प्रिंटर की मदद से उसने बड़ी संख्या में 200 के नकली नोट छापे। कुछ दिन पहले आरोपी राहुल ने विक्रेता ब्रजेश श्रीवास्तव से एक कूलर खरीदा था। कूलर खरीदने पर आरोपी राहुल ने विक्रेता ब्रजेश श्रीवास्तव को 200-200 के नकली नोट थमा दिए। इसकी जानकारी लगने पर शनिवार की सुबह दुकानदार ब्रिजेश श्रीवास्तव आरोपी का पता लगाकर उसके घर जा पहुंचे। इसी दौरान कालोनी के रहवासी आशीष मिश्रा डेवलपमेंट ऑफिसर एलआईसी विजय परमार अन्य लोग भी मौके पर आ गए। रहवासी आशीष मिश्रा ने बताया कि जब वे आरोपी के घर के अंदर पहुंचे तो कलर प्रिंटर, नकली नोट की गड्डी दिखाई दी। इसके बाद रहवासियों ने पुलिस को सूचना देकर आरोपी को पकड़वाया।
सिर्फ आरोपी के ये थे टारगेट.. बुजुर्ग, सब्जी और छोटे दुकानदारों को ठिकाने लगाता था नोट
पुलिस ने प्रारंभिक जांच में पाया है कि आरोपी राहुल जाली नोटों को बुजुर्ग, छोटे दुकानदार, दूध विक्रेता और सब्जी विक्रेताओं को ठिकाने लगाए हैं। पुलिस के मुताबिक आरोपी लॉकडाउन के चलते जाली नोटों को ज्यादा नहीं चला पाया है। जबकि शनिवार को कार्रवाई के दौरान इस आरोपी द्वारा जाली नोट चलाने से ठगी के शिकार हुए कई दुकानदार सामने आ गए थे। सीएसपी पांडे का कहना है कि आरोपी से अभी पूछताछ चल रही है। जांच में पता चलेगा कि इसने अभी तक कुल कितने नोट छापे हैं और कितने जाली नोट कहां-कहां चलाए हैं। सीएसपी ने बताया कि आरोपी को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी।
संपादक: आदर्श तिवारी