गुरदासपुर में BJP का सफाया, सन्नी देओल और दीप सिद्धू Connection ने भाजपा को दिया झटका


Punjab Municipal Election Results: पंजाब नगर निगम चुनावों में कांग्रेस का दबदबा रहा है. किसान आंदोलनों का फायदा साफ-साफ उसको मिलता दिखा है इसलिए हर जगह वह टॉप पर दिखाई दी है.

सनी देओल की संसदीय क्षेत्र गुरदासपुर में बीजेपी (BJP) को नगर निगम चुनावों में करारी शिकस्त का सामना करना पड़ा. यहां कांग्रेस ने सभी सीटों पर विजय पताका फहराई है.  29 की 29 सीटें उसने जीती हैं और बीजेपी का खाता तक नहीं खुला है. विरोधियों का सूपड़ा साफ हो गया है. यहां तक कि कांग्रेस ने सात नगर निगमों पर कब्जा जमा लिया है.

पंजाब में 100 से ज्यादा निकाय प्रतिनिधियों को चुनने के लिए 70 प्रतिशत से ज्यादा मतदान हुआ था. सबसे ज्यादा 82.99 फीसदी मतदान मानसा जिले में दर्ज किया गया था, जबकि सबसे कम एसएएस नगर (60.08 फीसदी) में दर्ज किया गया था. 109 नगर पालिका परिषदों और नगर पंचायतों के आठ नगर निगमों में 9,222 उम्मीदवार 2,302 वार्डों में चुने जाने के लिए मैदान में थे.

किसान आंदोलनों का फायदा साफ-साफ कांग्रेस को मिलता दिखा है इसलिए हर जगह वह टॉप पर दिखी. वहीं फरीदकोट नगर काउंसिल की बात करें तो यहां कांग्रेस को 16, अकाली दल को 7, आम आदमी पार्टी और निर्दलीय को 1-1 सीट मिली. बीजेपी यहां खाता भी नहीं खोल पाई.

कपूरथला में भी बीजेपी ज़ीरो

कपूरथला नगर निगम के 50 वार्ड में कांग्रेस 44, निर्दलीय 2, अकाली दल ने 3 वार्ड में जीत दर्ज की. एक सीट पर मुकाबला टाई रहा. बीजेपी और आम आदमी पार्टी को यहां से कोई सीट नहीं मिली. जलंधर में भी बीजेपी को हार का सामना करना पड़ा. यहां की फिल्लौर म्युनिसिपल काउंसिल में कांग्रेस ने 15 में से 11 सीटों पर जीत हासिल की. जबकि शिरोमणि अकाली दल और बीजेपी को एक भी सीट नहीं मिली. तीन सीटें निर्दलीय के खाते में जरूर गई हैं. बीएसपी को भी एक सीट पर जीत मिली.

पंजाब में 8 नगर निगमों- अबोहर, बठिंडा, बटाला, कपूरथला, मोहाली, होशियारपुर, पठानकोट और मोगा शामिल थे. कुल उम्मीदवारों में से 2,832 ने निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ा था, जबकि 2,037 सत्तारूढ़ कांग्रेस के और 1,569 अकाली दल के उम्मीदवार थे. वहीं बीजेपी, आम आदमी पार्टी और बीएसपी के उम्मीदवारों की संख्या क्रमशः 1,003, 1,606 और 160 थी.

संपादक : आदर्श तिवारी